• Skip to main content
  • Skip to secondary menu
  • Skip to primary sidebar
  • बिजनेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • ट्रेंडिंग
  • मध्य प्रदेश
  • एजुकेशन
  • फूड
  • खेल
  • ऑटो
favicon

NewsM

  • होम
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • एजुकेशन
  • फूड
  • ऑटो
  • टेक्नोलॉजी
  • ट्रेंडिंग
  • मध्य प्रदेश

तबस्सुम: हिंदू पिता, मुस्लिम मां, फिल्मी दुनिया की हस्ती

July 9, 2025 by Vivek Rakshit

तबस्सुम: एक असाधारण जीवन यात्रा

बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा तबस्सुम, जिन्होंने अपने अभिनय और बेबाक अंदाज से दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया, एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका जीवन अनेक संस्कृतियों और परंपराओं का संगम है। उनका जीवन परिचय जितना दिलचस्प है, उतना ही प्रेरणादायक भी।

प्रारंभिक जीवन और फ़िल्मी करियर की शुरुआत

1947 में भारत की आजादी के वर्ष में जन्मीं, तबस्सुम ने महज 3 साल की उम्र में फिल्म ‘नरगिस’ से अपने करियर की शुरुआत की। उनकी प्रतिभा और मासूमियत ने दर्शकों को तुरंत आकर्षित किया, और वे जल्द ही ‘छोटी नरगिस’ के नाम से मशहूर हो गईं। उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया और अपनी पहचान बनाई।

  • रेडियो में योगदान: तबस्सुम ने न केवल सिनेमा, बल्कि रेडियो में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने आकाशवाणी के साथ एक कलाकार के रूप में काम किया और विभिन्न भूमिकाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
  • ‘दीदार’ से मिली पहचान: फिल्म ‘दीदार’ में छोटी नरगिस की भूमिका निभाकर तबस्सुम ने खूब वाहवाही लूटी। नौशाद साहब के संगीत निर्देशन में इस फिल्म के गाने बहुत लोकप्रिय हुए।

किरण बाला से तबस्सुम बनने का सफर

तबस्सुम का जन्म का नाम किरण बाला था। उनके पिता, अयोध्यानाथ सचदेव, एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जबकि उनकी मां मुस्लिम पठान थीं। तबस्सुम की शादी एक अग्रवाल परिवार में हुई, और उनका सरनेम गोविल है।

नामकरण की कहानी

तबस्सुम बताती हैं कि उनके पिता ने उनकी मां को खुश करने के लिए उनका नाम तबस्सुम रखा था, जबकि उनकी मां ने पिता की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए उनका नाम किरण बाला रखा। शादी के बाद भी उन्होंने अपना नाम नहीं बदला, क्योंकि वे खुद को हिंदू या मुसलमान नहीं, बल्कि एक इंसान मानती हैं।

पहलूविवरण
पिताहिन्दू, स्वतंत्रता सेनानी
मातामुस्लिम पठान
विवाहअग्रवाल परिवार
पहचानएक इंसान

तबस्सुम का टॉक शो: ‘फूल खिले हैं गुलशन गुलशन’

तबस्सुम ने 1972 में दूरदर्शन पर ‘फूल खिले हैं गुलशन गुलशन’ नामक एक टॉक शो की शुरुआत की, जो टेलीविजन के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ। यह शो 21 वर्षों तक चला और दर्शकों के बीच खूब लोकप्रिय हुआ। इस शो में, तबस्सुम फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यू लेती थीं और उनके जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर करती थीं।

  • अरुण गोविल से संबंध: तबस्सुम, ‘रामायण’ में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल की भाभी हैं।
  • शिक्षा: अभिनय में सक्रिय रहने के बावजूद, तबस्सुम ने अपनी शिक्षा को महत्व दिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से उर्दू में बीए की डिग्री हासिल की।

तबस्सुम: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व

तबस्सुम का जीवन हमें सिखाता है कि हमें अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलना चाहिए और हमेशा अपनी पहचान को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने अपनी प्रतिभा, मेहनत और लगन से सफलता की ऊंचाइयों को छुआ और एक मिसाल कायम की। वे हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी।

Filed Under: मनोरंजन

Primary Sidebar

More to See

दादाजी धाम: जहां हर भक्त पाता है आशीष – खंडवा

July 10, 2025 By Vivek Rakshit

ब्रेकअप गिफ्ट ने बदली लड़की की किस्मत!

July 10, 2025 By Vivek Rakshit

OnePlus Nord 5: पहली सेल में धमाकेदार ऑफर!

July 10, 2025 By Ankit Vishwakarma

प्रयागराज रोजगार मेला: सुनहरा अवसर, अभी आवेदन करें!

July 10, 2025 By Vivek Rakshit

उदयपुर फाइल्स: दिल्ली HC ने फिल्म रिलीज पर लगाई रोक

July 10, 2025 By Vivek Rakshit

  • Facebook
  • Pinterest
  • RSS
  • Telegram
  • WhatsApp
  • YouTube

© 2025 NewsM. All rights reserved.