स्वच्छ सर्वेक्षण: जबलपुर की रैंकिंग और इंदौर से तुलना

जबलपुर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार: एक विश्लेषण
जबलपुर शहर ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में 5वां स्थान प्राप्त किया है। यह पहली बार है जब जबलपुर शीर्ष 5 स्वच्छ शहरों में शामिल हुआ है। इस उपलब्धि के साथ, जबलपुर को सुपर स्वच्छ लीग की विशेष श्रेणी में मिनिस्ट्रियल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है।
लोगों की राय: मिली-जुली प्रतिक्रिया
लोकल 18 की टीम ने जब जबलपुर के लोगों से शहर की स्वच्छता के बारे में बात की, तो प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रहीं। नगर निगम के कर्मचारी खुश थे, लेकिन कुछ निवासियों का मानना था कि जमीनी हकीकत रैंकिंग से अलग है।
- सकारात्मक प्रतिक्रिया: नगर निगम कर्मचारियों ने शहर की प्रगति पर खुशी व्यक्त की।
- नकारात्मक प्रतिक्रिया: कुछ निवासियों ने जमीनी स्तर पर और सुधार की आवश्यकता बताई।
इंदौर से तुलना: एक व्यक्ति का दृष्टिकोण
इंदौर से जबलपुर आए धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि वे मृत्यु प्रमाण पत्र के सिलसिले में नगर निगम आए थे। उन्होंने शहर को साफ पाया, लेकिन इंदौर से तुलना करने पर कुछ कमियां नजर आईं।
धर्मेंद्र शर्मा के अनुसार:
- जबलपुर में सड़कों पर गड्ढे हैं।
- कई नालियां भरी हुई हैं।
- नगर निगम परिसर में भी कचरा है।
पहलू | जबलपुर | इंदौर |
---|---|---|
स्वच्छता | सुधार की गुंजाइश | उत्कृष्ट |
बुनियादी ढांचा | गड्ढे और भरी हुई नालियां | बेहतर |
नगर निगम परिसर | कचरा | साफ-सुथरा |
नगर निगम कर्मचारियों का संकल्प
नगर निगम के कर्मचारियों ने कहा कि वे कमियों को दूर करने और शहर को नंबर 1 बनाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि वे रैंकिंग में जहां नंबर कटे, उस पर ध्यान देंगे और सुधार करेंगे।
पिछले प्रदर्शन और भविष्य की योजनाएं
पिछले साल, 2023 में, जबलपुर की स्वच्छता रैंकिंग 13वीं थी। इस साल 5वें स्थान पर आना एक महत्वपूर्ण सुधार है। सुपर स्वच्छ लीग के तहत, भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्वच्छता के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले शहरों को पुरस्कृत किया जाता है, जिसमें जबलपुर भी शामिल है।
भविष्य की योजनाएं:
- रैंकिंग में सुधार के लिए कमियों को दूर करना।
- इंदौर की तरह नंबर 1 बनने का प्रयास करना।
- शहर को और अधिक स्वच्छ और सुंदर बनाना।