South Indian Bank Q4 Results: South Indian Bank ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त चौथी तिमाही (Q4 FY2025) के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा कर दी है। बैंक ने इस तिमाही में शुद्ध लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर भी बैंक ने सुधार दिखाया है। निदेशक मंडल ने शेयरधारकों के लिए लाभांश की भी सिफारिश की है।
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प्रमुख वित्तीय प्रदर्शन | South Indian Bank Q4 Results
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में South Indian Bank का शुद्ध लाभ बढ़कर ₹342 करोड़ हो गया। यह पिछले वित्त वर्ष (FY2024) की समान अवधि के ₹288 करोड़ के शुद्ध लाभ से 19% अधिक है। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए, बैंक का शुद्ध लाभ 22% बढ़कर ₹1,303 करोड़ हो गया। यह पिछले वित्त वर्ष के ₹1,070 करोड़ की तुलना में एक मजबूत वृद्धि दर्शाता है।
तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर ₹2,946 करोड़ हो गई। यह पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में ₹2,621 करोड़ थी। हालांकि, तिमाही आधार पर शुद्ध ब्याज आय (NII) में मामूली गिरावट देखी गई है। यह ₹868.32 करोड़ रही, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह ₹874.67 करोड़ थी। पूरे वित्त वर्ष के लिए शुद्ध ब्याज आय ₹3,485.64 करोड़ रही। बैंक का परिचालन लाभ 57.61% बढ़कर ₹683.31 करोड़ हो गया। यह पिछले वर्ष ₹433.54 करोड़ था।
परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। 31 मार्च, 2025 तक सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात घटकर 3.20% हो गया। यह 31 मार्च, 2024 को 4.30% था। शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NNPA) अनुपात भी कम होकर 0.92% रह गया। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 1.25% था। абсолюट रूप में, सकल NPA घटकर ₹2,799.83 करोड़ हो गया। शुद्ध NPA घटकर ₹790.52 करोड़ हो गया। यह दर्शाता है कि बैंक की ऋण वसूली प्रक्रियाएँ प्रभावी रही हैं।
लाभांश घोषणा
South Indian Bank के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ₹1 अंकित मूल्य वाले प्रति इक्विटी शेयर पर ₹0.40 (40%) का लाभांश देने की सिफारिश की है। यह शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है। यह लाभांश बैंक के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और शेयरधारकों को पुरस्कृत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पिछले वित्त वर्ष बैंक ने ₹0.30 प्रति शेयर का अंतिम लाभांश घोषित किया था।
व्यवसाय वृद्धि
बैंक के कुल अग्रिमों (Gross Advances) में लगभग 9% की वृद्धि हुई है। यह 31 मार्च, 2025 तक बढ़कर ₹87,578.52 करोड़ हो गया। 31 मार्च, 2024 को यह ₹80,426 करोड़ था। खुदरा जमा में 7% की वृद्धि होकर ₹1.04 लाख करोड़ हो गई। एनआरआई जमा ₹31,602.84 करोड़ रही, जिसमें 6.4% की वृद्धि हुई। चालू खाता बचत खाता (CASA) जमा 3% बढ़कर ₹33,729.72 करोड़ हो गया। हालांकि, CASA अनुपात पिछले वर्ष के 32.08% से घटकर 31.37% हो गया।
प्रबंधन की टिप्पणी
बैंक के सीईओ पी आर शेषाद्रि ने परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “वित्तीय परिणामों की घोषणा करते हुए, मुझे यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारी रणनीति लगातार लाभप्रदता, बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता, एक लचीला ऋण पुस्तिका और एक मजबूत खुदरा देयता पोर्टफोलियो के इर्द-गिर्द केंद्रित है। हम अपनी संगठनात्मक संरचना को तेज कर रहे हैं और अपने व्यावसायिक उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से प्राप्त करने के लिए डिजिटल तकनीक का लाभ उठा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “वित्त वर्ष 2025 में हमने परिचालन लाभ और व्यापार की मात्रा के मामले में अपना अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन हासिल किया है, साथ ही परिसंपत्ति गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। रिटेल जमा में 7% की वृद्धि और ग्रॉस एडवांसेज में 9% की वृद्धि हमारी मजबूत ग्राहक फ्रेंचाइजी और लक्षित व्यावसायिक रणनीतियों को रेखांकित करती है।”
पृष्ठभूमि
South Indian Bank लिमिटेड एक प्रमुख निजी क्षेत्र का बैंक है जिसका मुख्यालय केरल के त्रिशूर में है। बैंक की पूरे भारत में एक मजबूत उपस्थिति है, विशेष रूप से दक्षिण भारत में। इसकी स्थापना 1929 में हुई थी और इसने भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बैंक व्यक्तियों, छोटे और मध्यम उद्यमों (SME) और कॉर्पोरेट्स सहित विभिन्न ग्राहकों को उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। हाल के वर्षों में, बैंक ने अपनी डिजिटल क्षमताओं को बढ़ाने और अपनी परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है।
भविष्य की संभावनाएँ और चुनौतियाँ
बैंक प्रबंधन अपनी वृद्धि गति को बनाए रखने के लिए आशাবাদী है। उनका ध्यान मुख्य रूप से खुदरा और एमएसएमई क्षेत्रों में ऋण वृद्धि पर है। बैंक ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण का लाभ उठाने की योजना बना रहा है।
हालांकि, बैंक को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है। इनमें बैंकिंग क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, संभावित आर्थिक उतार-चढ़ाव का प्रभाव और नियामक परिदृश्य में बदलाव शामिल हैं। बैंक इन चुनौतियों का सामना करने और सतत विकास हासिल करने के लिए अपनी रणनीतियों को लगातार अनुकूलित कर रहा है।
South Indian Bank Q4 परिणाम: लाभ और हानि
लाभ | हानि |
शुद्ध लाभ और कुल आय में वृद्धि | तिमाही आधार पर शुद्ध ब्याज आय में मामूली गिरावट |
परिसंपत्ति गुणवत्ता (NPA) में सुधार | CASA अनुपात में मामूली गिरावट |
लाभांश की घोषणा | बढ़ती प्रतिस्पर्धा |
ऋण पुस्तिका और जमा में वृद्धि | संभावित आर्थिक जोखिम |
प्रबंधन का सकारात्मक दृष्टिकोण | नियामक परिवर्तन का प्रभाव |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
South Indian Bank का Q4 FY2025 में शुद्ध लाभ कितना रहा?
बैंक का शुद्ध लाभ ₹342 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 19% अधिक है।
क्या बैंक ने लाभांश घोषित किया है?
हाँ, निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ₹0.40 प्रति शेयर (40%) लाभांश की सिफारिश की है। यह शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता कैसी रही?
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ है। GNPA घटकर 3.20% और NNPA घटकर 0.92% हो गया है।
बैंक के कुल अग्रिमों में कितनी वृद्धि हुई?
बैंक के कुल अग्रिमों में लगभग 9% की वृद्धि होकर ₹87,578.52 करोड़ हो गई है।
बैंक के CASA अनुपात में क्या बदलाव आया है?
CASA अनुपात पिछले वर्ष के 32.08% से घटकर 31.37% हो गया है।
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