सावन स्पेशल: महिलाओं की पहली पसंद लहठी चूड़ियां

सावन में लहठी चूड़ियों की धूम: मुजफ्फरपुर का लहठी बाजार
सावन का महीना आते ही, शिव भक्तों के साथ-साथ महिलाओं के श्रृंगार की भी धूम मच जाती है। इस दौरान, हरी-भरी चूड़ियों का महत्व बढ़ जाता है, और मुजफ्फरपुर का लहठी बाजार महिलाओं की पहली पसंद बन जाता है। यहां की लहठी चूड़ियों की मांग न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी है।
लहठी की बढ़ती मांग
सावन में हरी चूड़ियों की विशेष मांग होती है। महिलाएं अपने हाथों को हरी चूड़ियों से सजाना पसंद करती हैं, जो सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती हैं। मुजफ्फरपुर के कारीगर दिन-रात लहठी बनाने में जुटे रहते हैं, ताकि बाजार में मांग को पूरा किया जा सके।
लहठी बाजार: एक नजर
मुजफ्फरपुर का लहठी बाजार अपनी विविधता और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। यहां 100 रुपये से लेकर 2,000 रुपये तक की लहठी उपलब्ध हैं। ग्राहकों की पसंद के अनुसार, कारीगर विशेष डिजाइन की लहठी भी बनाते हैं।
इस्लामपुर मंडी: लहठी का केंद्र
इस्लामपुर मंडी, मुजफ्फरपुर में लहठी का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां सावन के महीने में विशेष रौनक रहती है। दूर-दूर से लोग यहां लहठी खरीदने आते हैं, जिनमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ कांवड़ यात्री भी शामिल होते हैं।
लहठी कारोबारियों की तैयारी
लहठी कारोबारी सावन के महीने में अच्छी बिक्री की उम्मीद रखते हैं। वे बताते हैं कि इस साल मांग पिछले साल से भी ज्यादा है। हरे रंग की लहठी की विशेष मांग है, और कारीगर दिन-रात काम करके इसे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
लहठी की कीमत और विविधता
लहठी बाजार में आपको हर तरह की लहठी मिल जाएगी, जिसकी कीमत 100 रुपये से लेकर 2,000 रुपये तक हो सकती है। यह कीमत लहठी के डिजाइन, सामग्री और कारीगरी पर निर्भर करती है।
- लाख की लहठी: यह सबसे पारंपरिक और लोकप्रिय प्रकार है।
- स्टोन वाली लहठी: यह आधुनिक डिजाइन में आती है और युवाओं को खूब पसंद आती है।
- कस्टमाइज्ड लहठी: ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार डिजाइन बनवा सकते हैं।
लहठी का महत्व
लहठी न केवल एक श्रृंगार सामग्री है, बल्कि यह सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व भी रखती है। सावन के महीने में इसे पहनना शुभ माना जाता है, और यह महिलाओं के सौंदर्य को और भी बढ़ा देता है।
ऑनलाइन बाजार में लहठी
जो लोग मुजफ्फरपुर नहीं आ सकते, वे ऑनलाइन भी लहठी खरीद सकते हैं। कई वेबसाइट और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लहठी की ऑनलाइन बिक्री करते हैं, जिससे ग्राहकों को घर बैठे ही अपनी पसंदीदा लहठी मिल जाती है।
लहठी बाजार का कारोबार
मुजफ्फरपुर के लहठी बाजार में हर साल सावन के महीने में दो से तीन करोड़ रुपये का कारोबार होता है। यह कारोबार न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है, बल्कि कारीगरों को भी रोजगार प्रदान करता है।
विशेषता | विवरण |
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उत्पाद | लाख की चूड़ियां (लहठी) |
मांग | सावन के महीने में सबसे अधिक |
कीमत | 100 रुपये से 2,000 रुपये तक |
बाजार | मुजफ्फरपुर, बिहार (इस्लामपुर मंडी) |
कारोबार | 2-3 करोड़ रुपये प्रति सावन |
निष्कर्ष
सावन में लहठी की मांग हमेशा बनी रहती है, और मुजफ्फरपुर का लहठी बाजार इसका प्रमुख केंद्र है। यहां की लहठी न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है, और यह महिलाओं के श्रृंगार का महत्वपूर्ण हिस्सा है।