गूगल करने से पहले सावधान! इन शब्दों पर लगेगा जुर्माना

रूस में गूगल: सर्च करने से पहले 100 बार सोचें!
रूस ने हाल ही में एक ऐसा कानून पारित किया है जो ऑनलाइन सर्च करने वालों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। कुछ विशेष शब्दों या विषयों को गूगल पर खोजने पर आपको भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। यह कानून अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एक बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
क्या है नया कानून?
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के अनुसार, रूसी सांसदों ने एक ऐसे नियम को मंजूरी दी है जिसके तहत इंटरनेट पर तथाकथित “चरमपंथी” सामग्री सर्च करने पर लोगों को लगभग $65 (लगभग 5600 रुपये) का जुर्माना भरना पड़ सकता है, भले ही वे उस सामग्री को शेयर या पोस्ट न करें। इसका मतलब है कि सिर्फ जानकारी प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष शब्दों को सर्च करने पर भी आप मुसीबत में पड़ सकते हैं।
“चरमपंथी” का मतलब क्या है?
रूसी सरकार की नजर में “चरमपंथी” की परिभाषा काफी व्यापक है। इसमें कई तरह के विषय शामिल हैं, जैसे:
- LGBT आंदोलन
- अल-कायदा
- नाजी विचारों को बढ़ावा देने वाली कोई भी चीज
- सरकार की एक सूची में 5,500 से अधिक प्रतिबंधित विषय और समूह शामिल हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
पहले और अब में क्या बदला?
इस कानून से पहले, रूस में लोगों को केवल तभी सजा दी जा सकती थी जब वे ऐसी सामग्री पोस्ट या शेयर करते थे। लेकिन अब, VPN का उपयोग करके निजी तौर पर इसे सर्च करने पर भी जुर्माना लगाया जा सकता है। यह इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि अब वे अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को लेकर अधिक सतर्क रहने के लिए मजबूर होंगे।
VPN का उपयोग करने पर खतरा
सरकार उन लोगों पर भी कार्रवाई कर रही है जो VPN जैसे टूल्स को प्रमोट करते हैं। VPN लोगों को ब्लॉक की गई वेबसाइटों तक पहुंचने में मदद करते हैं, लेकिन रूस में इनका प्रचार करना अब गैरकानूनी है। अगर कोई VPN के उपयोग को बढ़ावा देता है, तो व्यक्तियों के लिए जुर्माना $2,500 तक और कंपनियों के लिए लगभग $13,000 तक हो सकता है।
सरकार का तर्क और आलोचना
रूसी अधिकारी इस कानून को युद्धकाल के दौरान एक आवश्यक कदम बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह देश की सुरक्षा के लिए जरूरी है। हालांकि, आलोचकों का मानना है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एक और बड़ा हमला है। उनका कहना है कि सरकार इंटरनेट पर नियंत्रण कड़ा करना चाहती है और लोगों को जानकारी प्राप्त करने से रोकना चाहती है। इन बदलावों को चुपचाप एक असंबंधित बिल में जोड़ा गया था, जिससे सरकार की मंशा पर संदेह और बढ़ गया है।
निष्कर्ष
संक्षेप में, रूस में कुछ शब्दों को ऑनलाइन सर्च करना अब आपको गंभीर मुसीबत में डाल सकता है, भले ही आप सिर्फ पढ़ने और सीखने की कोशिश कर रहे हों। इसलिए, यदि आप रूस में इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है।
खतरा | जुर्माना | विवरण |
---|---|---|
चरमपंथी सामग्री सर्च करना | $65 (लगभग 5600 रुपये) | भले ही शेयर न करें |
VPN का प्रचार करना | $2,500 (व्यक्ति), $13,000 (कंपनी) | ब्लॉक वेबसाइट एक्सेस करने के लिए |
क्या करें?
- सर्च करने से पहले सावधानी बरतें।
- VPN का उपयोग करते समय सतर्क रहें।
- सरकार की प्रतिबंधित विषयों की सूची पर नजर रखें।
भविष्य में क्या होगा?
यह देखना बाकी है कि यह कानून रूस में इंटरनेट के उपयोग को कैसे प्रभावित करेगा। हालांकि, यह स्पष्ट है कि रूसी सरकार ऑनलाइन जानकारी पर अपना नियंत्रण बढ़ाना चाहती है। यह कानून अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और इंटरनेट की स्वतंत्रता के लिए एक बड़ा खतरा है।
कानूनी सलाह
यदि आप रूस में इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तो आपको कानूनी सलाह लेने पर विचार करना चाहिए ताकि आप अपने अधिकारों और दायित्वों को समझ सकें।