
सागर न्यूज़: छोटी वैज्ञानिक का बड़ा कमाल
गैस सिलेंडर की बचत का अनोखा तरीका
आज के समय में रसोई गैस हर घर की जरूरत है। बिना गैस के खाना बनाना मुश्किल है। लेकिन खाना बनाते समय, कुछ ऊष्मा बर्तन के बाहर निकल जाती है, जो बेकार हो जाती है। मध्य प्रदेश की 16 वर्षीय छात्रा सुप्रिया साहू ने एक ऐसा तरीका खोजा है जिससे गैस सिलेंडर ज्यादा दिन तक चलेगा।
- यह तरीका न केवल गैस की बचत करेगा बल्कि समय और पैसे भी बचाएगा।
- इस तरीके से गैस का उपयोग और भी किफायती हो जाएगा।
सुप्रिया का अनोखा आविष्कार
सुप्रिया ने बताया कि बर्तन के चारों ओर एल्युमिनियम फॉइल लपेटकर उसके अंदर की तरफ स्पाइडर ब्लेड को बेल्ट किया जाता है। इससे बर्तन की साइड से निकलने वाली एनर्जी बर्तन में ही बनी रहती है और खाना जल्दी पकता है। फालतू हीट के निकास के लिए बर्तन के साइड में एक छेद किया जाता है।
एल्युमिनियम फॉइल का उपयोग
अगर कोई इस तरीके को अपनाना चाहता है, तो एल्युमिनियम को एक बॉक्स टाइप में बना सकते हैं, जिसमें बर्तन को आसानी से रखा जा सके। एल्युमिनियम का कवर बर्तन के नीचे तक होना चाहिए, जिससे गैस से निकलने वाली ऊष्मा पूरी बर्तन की सतह पर लगे। इससे बर्तन जल्दी गर्म होगा और गैस कम खर्च होगी।
इंस्पायर अवॉर्ड विज्ञान प्रदर्शनी में मॉडल
सुप्रिया साहू दमोह जिले की तेंदूखेड़ा ब्लॉक की 10वीं की छात्रा है। वह सागर इंस्पायर अवॉर्ड विज्ञान प्रदर्शनी में अपना मॉडल लेकर आई थीं।
विशेषता | विवरण |
---|---|
एल्युमिनियम फॉइल | बर्तन के चारों ओर लपेटा जाता है |
स्पाइडर ब्लेड | बर्तन के अंदर बेल्ट किया जाता है |
छेद | फालतू हीट के निकास के लिए |
विचार कैसे आया?
सुप्रिया ने बताया कि एक दिन उनकी मां किचन में खाना बना रही थीं। उनका हाथ बर्तन के पास गया, तो उन्हें गर्मी महसूस हुई। तभी उन्हें यह आइडिया आया। उन्होंने सोचा कि इस तरह से तो 50 फीसदी गैस बर्बाद हो जाती होगी। फिर उन्होंने सोचा कि व्यर्थ गैस का उपयोग कैसे कर सकते हैं, तो इस पर कुछ काम किया। शिक्षकों से चर्चा की, जिसके बाद एल्युमिनियम फॉइल के रूप में इस मॉडल को तैयार किया।
- मां को खाना बनाते देख आया आइडिया।
- शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श किया।
- एल्युमिनियम फॉइल से मॉडल तैयार किया।