
मुंह के छाले: कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
मुंह के छाले, जिन्हें मुख के अल्सर भी कहा जाता है, छोटे, दर्दनाक घाव होते हैं जो मुंह के अंदर, जैसे कि जीभ, गालों के अंदर या होंठों पर विकसित होते हैं। वे खाने, पीने और बोलने में परेशानी पैदा कर सकते हैं। आमतौर पर, मुंह के छाले 1 से 2 सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ घरेलू उपचार दर्द को कम करने और उपचार प्रक्रिया को तेज करने में मदद कर सकते हैं।
मुंह के छाले होने के कारण
मुंह के छाले कई कारणों से हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- तनाव
- हार्मोनल परिवर्तन
- विटामिन और खनिजों की कमी (जैसे, विटामिन बी12, आयरन, फोलेट)
- खाद्य संवेदनशीलता
- दवाएं
- चिकित्सा स्थितियां (जैसे, सीलिएक रोग, क्रोहन रोग)
- मुंह में चोट
- तंबाकू का उपयोग
मुंह के छाले के लक्षण
मुंह के छाले के लक्षणों में शामिल हैं:
- मुंह के अंदर एक छोटा, सफेद या पीला घाव
- घाव के आसपास लालिमा
- दर्द, खासकर जब खाते, पीते या बोलते हैं
- झुनझुनी या जलन
मुंह के छालों के लिए घरेलू उपाय
यहाँ कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो मुंह के छालों के दर्द को कम करने और उपचार प्रक्रिया को तेज करने में मदद कर सकते हैं:
1. नमक का पानी
नमक के पानी से कुल्ला करने से मुंह के छालों को साफ करने और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। नमक एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है।
- एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं।
- 30 सेकंड के लिए घोल से कुल्ला करें।
- दिन में कई बार दोहराएं।
2. बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा मुंह में एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकता है, जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकता है।
- एक चम्मच बेकिंग सोडा को थोड़े से पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें।
- पेस्ट को सीधे मुंह के छालों पर लगाएं।
- कुछ मिनट के बाद कुल्ला करें।
- दिन में कई बार दोहराएं।
3. शहद
शहद में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- दिन में कई बार सीधे मुंह के छालों पर शहद लगाएं।
4. नारियल का तेल
नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- दिन में कई बार सीधे मुंह के छालों पर नारियल का तेल लगाएं।
5. एलोवेरा
एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और हीलिंग गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- दिन में कई बार सीधे मुंह के छालों पर एलोवेरा जेल लगाएं।
6. चाय के पेड़ का तेल
चाय के पेड़ के तेल में एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
- एक कप पानी में चाय के पेड़ के तेल की कुछ बूंदें मिलाएं।
- घोल से 30 सेकंड के लिए कुल्ला करें।
- दिन में कई बार दोहराएं।
7. सेब का सिरका
सेब का सिरका एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकता है।
- एक कप पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं।
- घोल से 30 सेकंड के लिए कुल्ला करें।
- दिन में कई बार दोहराएं।
8. दही
दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो मुंह में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं, जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद कर सकता है।
- दिन में कई बार दही खाएं।
मुंह के छालों की रोकथाम
मुंह के छालों को रोकने के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- एक स्वस्थ आहार खाएं।
- पर्याप्त पानी पिएं।
- तनाव का प्रबंधन करें।
- अपने मुंह को साफ रखें।
- तंबाकू से बचें।
कब डॉक्टर को दिखाएँ
यदि आपके मुंह के छाले दो सप्ताह से अधिक समय तक रहते हैं, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। आपको डॉक्टर को भी दिखाना चाहिए यदि आपके मुंह के छाले बहुत दर्दनाक हैं या यदि वे खाने या पीने में परेशानी पैदा कर रहे हैं।
उपाय | विधि | आवृत्ति | लाभ |
---|---|---|---|
नमक का पानी | एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर कुल्ला करें। | दिन में कई बार | संक्रमण को रोकने और दर्द को कम करने में मदद करता है। |
बेकिंग सोडा | एक चम्मच बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाकर छालों पर लगाएं। | दिन में कई बार | मुंह में एसिड को बेअसर करता है, जिससे उपचार में मदद मिलती है। |
शहद | सीधे छालों पर शहद लगाएं। | दिन में कई बार | एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो उपचार में मदद करते हैं। |
नारियल का तेल | सीधे छालों पर नारियल का तेल लगाएं। | दिन में कई बार | एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। |
एलोवेरा | सीधे छालों पर एलोवेरा जेल लगाएं। | दिन में कई बार | एंटी-इंफ्लेमेटरी और हीलिंग गुण होते हैं। |
चाय के पेड़ का तेल | एक कप पानी में चाय के पेड़ के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर कुल्ला करें। | दिन में कई बार | एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। |
सेब का सिरका | एक कप पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर कुल्ला करें। | दिन में कई बार | प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो उपचार में मदद कर सकता है। |
दही | दिन में कई बार दही खाएं। | दिन में कई बार | प्रोबायोटिक्स होते हैं जो स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। |