
मलाइका अरोड़ा की कोर्ट में पेशी: 2012 का विवाद
मलाइका अरोड़ा बुधवार को मुंबई की मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश हुईं। यह पेशी 2012 के एक मामले से जुड़ी थी जिसमें कोर्ट ने पहले उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था क्योंकि वह पिछली कई सुनवाइयों में पेश नहीं हो रही थीं। हालांकि, बाद में अभियोजन पक्ष ने उन्हें गवाह के तौर पर हटा दिया।
मामले की पृष्ठभूमि
साल 2012 में, मलाइका अरोड़ा, सैफ अली खान, करीना कपूर खान, अमृता अरोड़ा और कुछ अन्य दोस्त साउथ मुंबई के एक फाइव स्टार रेस्तरां में डिनर के लिए गए थे। वहां उनकी एक व्यक्ति, इकबाल मीर शर्मा के साथ बहस हो गई, जिसके बाद शर्मा ने कोलाबा पुलिस स्टेशन में सैफ अली खान, शकील लदाक (अमृता अरोड़ा के पति) और बिलाल अमरोही के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। शर्मा ने आरोप लगाया था कि सैफ अली खान ने उनकी नाक पर मुक्का मारा था।
कोर्ट की कार्यवाही
मलाइका अरोड़ा को इस मामले में अभियोजन पक्ष का गवाह बनाया गया था। कोर्ट ने 30 अप्रैल को उन्हें चेतावनी दी थी कि यदि वह पेश नहीं होती हैं तो उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जा सकता है। बुधवार को कोर्ट में पेश होने के बाद उनके खिलाफ जारी 5,000 रुपये का जमानती वारंट रद्द कर दिया गया।
अमृता अरोड़ा का बयान
अमृता अरोड़ा ने 29 मार्च को कोर्ट में गवाह के तौर पर अपना बयान दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि 21 फरवरी, 2012 को वह अपने दोस्तों के साथ डिनर के लिए गई थीं और उनके ग्रुप को एक अलग एन्क्लोजर दिया गया था। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति उनके एन्क्लोजर में घुस आया और जोर से उन्हें चुप रहने के लिए कहा। सैफ अली खान ने उस व्यक्ति से माफी मांगी और वे वापस अपने खाने पर चले गए।
वॉशरूम में झगड़ा
अमृता अरोड़ा ने आगे बताया कि बाद में जब सैफ अली खान वॉशरूम गए, तो उन्होंने शोर सुना और सैफ की आवाज पहचानी। उन्होंने देखा कि वही व्यक्ति सैफ को मुक्का मार रहा था और मारपीट कर रहा था। उन्होंने जाकर झगड़ा रोका।
गवाह का नाम | कोर्ट में बयान | तारीख |
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अमृता अरोड़ा | सैफ ने माफी मांगी, वॉशरूम में झगड़ा | 29 मार्च, 2024 |
मलाइका अरोड़ा | पेश हुई, गवाही नहीं दी | 10 जुलाई, 2025 |
मामले का वर्तमान स्थिति
इस मामले में अभी भी कोर्ट में सुनवाई चल रही है। अभियोजन पक्ष शिकायतकर्ता इकबाल मीर शर्मा को भी समन जारी करने की मांग कर रहा है, ताकि उनका बयान दर्ज किया जा सके। यह मामला कई सालों से चल रहा है और इसमें कई उतार-चढ़ाव आए हैं।
मलाइका अरोड़ा का रोल
हालांकि मलाइका अरोड़ा को गवाह के तौर पर पेश किया गया था, लेकिन अभियोजन पक्ष ने बाद में उन्हें गवाह के तौर पर हटा दिया, जिससे उनकी इस मामले में भूमिका सीमित हो गई है।
सैफ अली खान का पक्ष
सैफ अली खान ने हमेशा इन आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि उन्होंने सिर्फ आत्मरक्षा में कार्रवाई की थी।
कानूनी प्रक्रिया
यह मामला भारतीय कानून प्रणाली की जटिलताओं को दर्शाता है, जहां एक घटना के बाद कई सालों तक कानूनी प्रक्रिया चल सकती है।
निष्कर्ष
2012 का यह विवाद अभी भी कानूनी दायरे में है, और देखना होगा कि कोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाता है। यह मामला सेलिब्रिटी जीवन और कानूनी उलझनों का एक उदाहरण है।