
कटनी में बारिश का कहर: जनजीवन अस्त-व्यस्त
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव की समस्या से नाराज ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद प्रशासन ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया।
बारिश से प्रभावित क्षेत्र
विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कांटी मुहांस में भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां बस्ती में पानी घुस गया, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। ग्रामीणों ने पानी की निकासी की व्यवस्था करने की मांग की, लेकिन उनकी शिकायतों पर समय पर कार्रवाई नहीं हुई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
ग्रामीणों का आक्रोश और प्रदर्शन
जलभराव की समस्या से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने सड़क पर उतरकर चक्काजाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने जलभराव की समस्या को लेकर कई बार शिकायत की, लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होता, वे सड़क से नहीं हटेंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
जाम की सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। एसडीएम ने ग्रामीणों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी। हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और लाठीचार्ज करने की धमकी दी। इससे ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया।
विधायक का हस्तक्षेप
स्थिति को बिगड़ता देख विधायक संजय पाठक मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों को शांत किया और उन्हें आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्या का समाधान कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। विधायक के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए और उन्होंने चक्काजाम समाप्त कर दिया।
जलभराव के कारण और समाधान
जलभराव के कारण
गांव में जलभराव का मुख्य कारण पानी की निकासी का उचित प्रबंध न होना है। ग्रामीणों के अनुसार, पहले गांव में एक ढोला (नाली निकासी) था, जो पास में बन रहे एक निर्माण कार्य के दौरान बंद कर दिया गया था। इसके कारण बारिश का पानी घरों में घुसने लगा।
- दशकों पुरानी पानी निकासी की जगह पर भूमि मालिकों द्वारा पक्की दीवार का निर्माण।
- नाली निकासी का बंद होना।
- उचित जल प्रबंधन का अभाव।
संभावित समाधान
- पानी की निकासी के लिए नई नालियों का निर्माण।
- बंद नालियों को फिर से चालू करना।
- जलभराव वाले क्षेत्रों में पंप लगाकर पानी निकालना।
- दीर्घकालिक योजना बनाकर जल प्रबंधन को बेहतर बनाना।
आगे की राह
कटनी में बारिश के कारण हुई तबाही ने जल प्रबंधन की आवश्यकता को उजागर किया है। प्रशासन को चाहिए कि वह भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए। ग्रामीणों को भी चाहिए कि वे प्रशासन का सहयोग करें और समस्या के समाधान में अपना योगदान दें।
समस्या | समाधान |
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घरों में पानी घुसना | जल निकासी की उचित व्यवस्था |
ग्रामीणों का प्रदर्शन | प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई |
जल प्रबंधन का अभाव | दीर्घकालिक योजना का निर्माण |
कटनी में बारिश का कहर एक गंभीर समस्या है, जिसका समाधान खोजना आवश्यक है। उम्मीद है कि प्रशासन और ग्रामीण मिलकर इस समस्या का समाधान निकालेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचेंगे।