
जेट्रोफा की खेती: 50 सालों तक मुनाफा
किसान भाइयों के लिए खुशखबरी! अगर आप कम लागत में लंबे समय तक मुनाफा देने वाली फसल की तलाश में हैं, तो जेट्रोफा आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह एक ऐसा पौधा है जिसे एक बार खेत में लगाने के बाद 40 से 50 साल तक उत्पादन मिलता रहता है। सबसे खास बात यह है कि इसकी खेती कम उपजाऊ, पथरीली या बंजर जमीन पर भी की जा सकती है। इसके बीजों से बायोडीजल तैयार होता है, जिससे किसानों को हर साल अच्छी आमदनी होती है।
जेट्रोफा: बंजर जमीन का साथी
आजकल खरगोन के पथरीले इलाकों, इंदौर, देवास सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसान जेट्रोफा की खेती को तेजी से अपना रहे हैं, खासकर उन इलाकों में जहां बंजर भूमि है। जेट्रोफा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है। जहां दूसरी फसलों को उगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी और सिंचाई की आवश्यकता होती है, वहीं जेट्रोफा कम पानी और कम खाद में भी अच्छी तरह से बढ़ता है। इसे बलुई, दोमट या पथरीली जमीन पर आसानी से लगाया जा सकता है।
जेट्रोफा से बायोडीजल का उत्पादन
एक बार जब पौधा तैयार हो जाता है, तो यह सालों तक बीज देता रहता है, जिससे किसानों को बार-बार बुवाई करने की जरूरत नहीं पड़ती। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस पौधे के बीजों में 25 से 30 प्रतिशत तक तेल पाया जाता है। इस तेल से बायोडीजल तैयार होता है, जिसका उपयोग वाहन, पंप या जनरेटर चलाने में किया जा सकता है। इससे किसानों को अपने उपयोग के लिए ईंधन मिलता है, साथ ही वे इसे बाजार में बेचकर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं।
जेट्रोफा की खेती के फायदे:
- कम लागत, अधिक मुनाफा
- बंजर जमीन में भी खेती संभव
- कम पानी और खाद की आवश्यकता
- बायोडीजल का उत्पादन
- पर्यावरण के लिए अनुकूल
जेट्रोफा की खेती से लाखों की आमदनी
वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी बताते हैं कि एक हेक्टेयर भूमि में 2500 से 3000 पौधे लगाए जा सकते हैं। प्रत्येक पौधा सालाना डेढ़ से 2 किलो बीज देता है, जिससे सालाना लाखों रुपये की आमदनी हो सकती है। बायोफ्यूल मिशन के अंतर्गत सरकार भी इसकी खेती को बढ़ावा दे रही है। कृषि विज्ञान केंद्र और राज्य जैव ऊर्जा बोर्ड के माध्यम से किसानों को पौधे, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है। इसके पौधे सरकारी नर्सरियों या निजी कंपनियों से भी प्राप्त किए जा सकते हैं।
विशेषता | विवरण |
---|---|
उत्पादन | 40-50 साल |
मिट्टी | कम उपजाऊ, पथरीली, बंजर |
उपयोग | बायोडीजल उत्पादन |
आमदनी | लाखों रुपये प्रति हेक्टेयर |
निष्कर्ष
जेट्रोफा की खेती किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह न केवल उनकी आय को बढ़ा सकता है, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। सरकार द्वारा दी जा रही सहायता और प्रशिक्षण का लाभ उठाकर किसान इस अवसर का पूरा फायदा उठा सकते हैं।