भोपाल में वेद-पुराण पढ़ाने वाला अनूठा स्कूल खुला
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भोपाल में ‘सांदीपनि स्कूल’ का उद्घाटन किया। यह स्कूल भारतीय संस्कृति और ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खोला गया है। पूर्व में ‘सीएम राइज स्कूल’ के नाम से जाने जाने वाले स्कूलों को अब ‘सांदीपनि स्कूल’ के नाम से जाना जाएगा।
सांदीपनि स्कूल: भारतीय ज्ञान परंपरा का प्रतीक
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इन स्कूलों का नामकरण महर्षि सांदीपनि के नाम पर किया गया है, जो भारतीय ज्ञान परंपरा के महान प्रतीक हैं। उनके गुरुकुल में 64 कलाएं, 14 विद्याएं, 18 पुराण और चारों वेदों की शिक्षा दी जाती थी। 5000 वर्ष पूर्व भी उनकी शिक्षा प्रणाली अद्भुत थी, जो आज भी प्रेरणादायक है।
कमला नेहरू परिसर में कन्या विद्यालय का शुभारंभ
भोपाल के कमला नेहरू परिसर में एक अत्याधुनिक कन्या विद्यालय की शुरुआत की गई है। इस विद्यालय में डिजिटल क्लासरूम, पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशालाएं और आधुनिक खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं।
महर्षि सांदीपनि कौन थे?
महर्षि सांदीपनि एक महान गुरु थे, जिनके आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण ने भी शिक्षा प्राप्त की थी। वे भारतीय संस्कृति और ज्ञान के प्रतीक हैं।
सांदीपनि स्कूलों से शिक्षा में नया बदलाव
राज्य सरकार का मानना है कि सांदीपनि स्कूलों के माध्यम से छात्रों को भारतीय परंपरा और आधुनिक शिक्षा का संगम मिलेगा। इन स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ-साथ सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- भारतीय संस्कृति का प्रचार: इन स्कूलों का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देना है।
- आधुनिक शिक्षा: छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ भारतीय ज्ञान परंपरा से भी जोड़ा जाएगा।
- नैतिक विकास: छात्रों के नैतिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सांदीपनि स्कूल की विशेषताएं
- आधुनिक शिक्षा प्रणाली
- भारतीय संस्कृति और मूल्यों पर आधारित शिक्षा
- डिजिटल क्लासरूम और आधुनिक सुविधाएं
- योग्य और अनुभवी शिक्षक
विशेषता | विवरण |
---|---|
शिक्षा प्रणाली | आधुनिक और भारतीय संस्कृति का मिश्रण |
सुविधाएं | डिजिटल क्लासरूम, पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशालाएं |
शिक्षक | योग्य और अनुभवी |
उद्देश्य | छात्रों का सर्वांगीण विकास |
भोपाल में शिक्षा का नया अध्याय
सांदीपनि स्कूल की स्थापना भोपाल में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय है। यह स्कूल छात्रों को बेहतर भविष्य के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि भारतीय संस्कृति और ज्ञान को संरक्षित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
सरकार का उद्देश्य
राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले जो उन्हें भविष्य के लिए तैयार करे। सांदीपनि स्कूल इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना।
- भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देना।
- छात्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना।
भविष्य की योजनाएं
सरकार की योजना है कि भविष्य में और भी सांदीपनि स्कूल खोले जाएं ताकि अधिक से अधिक छात्रों को इस अनूठी शिक्षा प्रणाली का लाभ मिल सके।