UP TET 2019: परीक्षा में राजनीतिक सवालों का असर

यूपी टीईटी 2019: परीक्षा में राजनीतिक स्थिति का प्रभाव
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) 2019 में पूछे गए कुछ सवालों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। क्या परीक्षा और देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बीच कोई संबंध है? आइये जानते हैं!
सवालों में राजनीतिक झलक
परीक्षा में पूछे गए सवालों में हाल ही में चर्चित राजनीतिक मुद्दों की झलक दिखाई दी। विशेष रूप से, जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से जुड़े प्रश्न पूछे गए।
- धारा 356 का पहली बार प्रयोग कब और किस राज्य में किया गया?
- राज्यपाल की नियुक्ति के लिए न्यूनतम उम्र कितनी होनी चाहिए?
- किस देश में सबसे लचीला संविधान है?
- समता का अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद में है?
इन सवालों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि प्रश्नपत्र निर्माताओं ने देश की वर्तमान राजनीतिक गतिविधियों पर ध्यान दिया।
प्रश्नपत्र का विवरण
यूपी टीईटी की पहली पारी समाप्त हो चुकी है, और न्यूज़ 18 के पास प्रश्नपत्र की पूरी कॉपी उपलब्ध है। यह प्रश्नपत्र अभ्यर्थियों को भी दिया गया था।
प्रश्नपत्र का विभाजन
150 प्रश्नों वाले इस प्रश्नपत्र को पांच भागों में बांटा गया है:
- बाल विकास और शिक्षण पद्धति
- भाषा (हिंदी)
- भाषा (अंग्रेजी, संस्कृत या उर्दू – विकल्प)
- गणित
- पर्यावरण अध्ययन
प्रत्येक भाग में 30 प्रश्न शामिल हैं।
सवालों का विश्लेषण
संविधान से जुड़े प्रश्नों में धारा 356 (राष्ट्रपति शासन) और राज्यपाल की नियुक्ति से संबंधित सवाल शामिल थे। इसके अतिरिक्त, मौलिक अधिकारों और संविधान की प्रकृति से जुड़े प्रश्न भी पूछे गए।
विषय | प्रश्न का प्रकार | महत्व |
---|---|---|
संविधान | धारा 356 का प्रथम प्रयोग | राष्ट्रपति शासन और संवैधानिक प्रावधानों की समझ का आकलन |
राजनीति | राज्यपाल की नियुक्ति के लिए न्यूनतम उम्र | संवैधानिक पदों और उनकी योग्यताओं की जानकारी |
नागरिकता कानून | समता का अधिकार किस अनुच्छेद में है? | मौलिक अधिकारों और नागरिकता से जुड़े मुद्दों की जागरूकता |
सामान्य ज्ञान | किस देश में सबसे लचीला संविधान है? | विभिन्न देशों के संविधानों की विशेषताओं का ज्ञान |
निष्कर्ष
यूपी टीईटी 2019 में पूछे गए सवालों ने निश्चित रूप से उम्मीदवारों को देश की राजनीतिक और संवैधानिक व्यवस्था के बारे में सोचने पर मजबूर किया। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में होने वाली परीक्षाओं में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।