मध्य प्रदेश

Balaghat Govt Nursery: सिर्फ 25 रुपये में पाएं शानदार पौधे, नोट कर लें सबसे ‘सस्ती नर्सरी’ की Location!

Balaghat Govt Nursery: अगर आप अपने घर को हरा-भरा बनाना चाहते हैं, फलों और फूलों से सजाना चाहते हैं, लेकिन महंगी नर्सरियों के दाम देखकर आपका मन छोटा हो जाता है, तो ये खबर आपके लिए है! खासकर, अगर आप मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से हैं, तो आपके लिए एक शानदार मौका है। बालाघाट में एक ऐसी सरकारी नर्सरी है, जहाँ आपको बेहद कम दामों में, जी हां, सिर्फ 25 रुपये में भी शानदार पौधे मिल सकते हैं। यह नर्सरी न सिर्फ किफायती है, बल्कि यहां पौधों की गुणवत्ता भी बेहतरीन होती है।

घरों की सुंदरता और मन की शांति: पेड़-पौधों का महत्व

कौन नहीं चाहता कि उसका घर खूबसूरत और शांत दिखे? घरों की सुंदरता में पेड़-पौधे चार चांद लगा देते हैं। ये न सिर्फ हवा को शुद्ध करते हैं, बल्कि मन को भी सुकून देते हैं। फलों के पेड़ आपको ताजे फल देते हैं, तो फूलों के पौधे घर में खुशबू और रंग भर देते हैं। आजकल गार्डनिंग का शौक भी तेजी से बढ़ रहा है। लोग अपनी बालकनी, छत या छोटे से आंगन में भी एक छोटा-सा बगीचा बनाना चाहते हैं।

और एक्सपर्ट्स का भी यही मानना है कि मानसून का मौसम बगीचा तैयार करने के लिए सबसे बेहतर होता है। बारिश में पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त पानी मिलता है और उनकी जड़ें भी आसानी से जम जाती हैं। लेकिन दिक्कत तब आती है जब आप प्राइवेट नर्सरी जाते हैं। वहां बढ़ती महंगाई में पौधे बहुत महंगे मिलते हैं, जिससे कई लोगों का बजट बिगड़ जाता है। यहीं पर सरकारी नर्सरियां काम आती हैं!

मध्य प्रदेश की सरकारी नर्सरियां: बागवानी का सस्ता और अच्छा तरीका

मध्य प्रदेश के हर जिले में उद्यानिकी विभाग (Horticulture Department) की अपनी शासकीय नर्सरी (Government Nursery) होती है। इन नर्सरियों का मुख्य मकसद आम लोगों को बागवानी से जुड़े पौधे सस्ती दरों पर उपलब्ध कराना होता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पेड़-पौधे लगा सकें। ये नर्सरियां अक्सर निजी नर्सरियों की तुलना में बहुत कम कीमत पर पौधे बेचती हैं, क्योंकि इनका उद्देश्य मुनाफा कमाना नहीं, बल्कि पर्यावरण को बेहतर बनाना और लोगों को बागवानी के लिए प्रोत्साहित करना होता है।

बालाघाट की सबसे ‘सस्ती नर्सरी’: शासकीय संजय निकुंज नर्सरी

बालाघाट जिले में ऐसी ही कई सरकारी नर्सरियां हैं। इनमें से एक बहुत ही खास नर्सरी है वारासिवनी के पास सावंगी गांव में स्थित शासकीय संजय निकुंज नर्सरी। यह नर्सरी अपनी खासियत के लिए जिले भर में जानी जाती है। लोग यहां सिर्फ वारासिवनी से ही नहीं, बल्कि बालाघाट, लांजी, कटंगी और जिले के अन्य दूर-दराज के इलाकों से भी पौधे खरीदने आते हैं। इसकी मुख्य वजह है यहां मिलने वाले पौधों की क्वालिटी और उनकी बेहद कम कीमत।

यकीन नहीं होगा इन कीमतों पर!

इस नर्सरी में मिलने वाले पौधों की कीमत सरकार द्वारा तय की जाती है, ताकि हर कोई आसानी से इन्हें खरीद सके। यहां कुछ पौधों की कीमतें जानकर आप हैरान रह जाएंगे:

  • कलमी आम (Grafted Mango): सिर्फ 80 रुपये में। सोचिए, एक अच्छी किस्म का आम का पेड़ इतनी कम कीमत में!
  • काजू का पौधा (Cashew Plant): मात्र 50 रुपये में। क्या आपने कभी सोचा था कि काजू का पौधा भी इतनी आसानी से और इतने सस्ते में मिल जाएगा?
  • नींबू (Lemon), जामुन (Jamun) और आंवला (Amla): ये तीनों पौधे तो और भी सस्ते हैं, सिर्फ 25 रुपये प्रति पौधा।

इन कीमतों पर आप बेहद कम लागत में अपने घर में एक पूरा बगीचा लगा सकते हैं। आप अपने घर में ताजे फल उगा सकते हैं और अपनी बालकनी या गार्डन को सुंदर फूलों से सजा सकते हैं, बिना अपनी जेब ढीली किए।

क्यों चुनें सरकारी नर्सरी?

सरकारी नर्सरी से पौधे खरीदने के कई फायदे हैं:

  1. कम दाम: सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि यहां पौधे बहुत सस्ते मिलते हैं।
  2. गुणवत्ता: सरकारी नर्सरियां पौधों की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखती हैं। यहां आपको स्वस्थ और अच्छी तरह से विकसित पौधे मिलते हैं।
  3. विविधता: अक्सर इन नर्सरियों में फलों, फूलों, औषधीय पौधों और सजावटी पौधों की अच्छी खासी विविधता मिलती है।
  4. सही जानकारी: नर्सरी के स्टाफ से आपको पौधों की देखभाल और उनके रोपण के बारे में सही जानकारी भी मिल सकती है।
  5. पर्यावरण को बढ़ावा: सरकारी नर्सरियों से खरीदकर आप सीधे तौर पर पर्यावरण संरक्षण और बागवानी को बढ़ावा देने में अपना योगदान देते हैं।

मानसून में गार्डनिंग का सही तरीका:

अगर आप मानसून में पौधे लगाने की सोच रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें:

  • सही पौधा चुनें: अपनी जगह (धूप, छांव) और देखभाल करने की क्षमता के अनुसार पौधा चुनें।
  • मिट्टी तैयार करें: अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ मिट्टी तैयार करें।
  • नियमित पानी दें: शुरुआती दिनों में पौधों को नियमित पानी दें, खासकर जब बारिश कम हो।
  • खाद का प्रयोग करें: पौधों को बढ़ने में मदद करने के लिए जैविक खाद का उपयोग करें।
  • कीटों से बचाएं: पौधों को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए समय-समय पर जांच करें।

तो अब देर किस बात की? अगर आप बालाघाट या आसपास रहते हैं, तो वारासिवनी के पास सावंगी गांव में स्थित शासकीय संजय निकुंज नर्सरी जरूर जाएं। सिर्फ 25 रुपये में आप अपने घर को हरा-भरा और खुशहाल बना सकते हैं। यह मौका हाथ से जाने न दें!

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