
उज्जैन: अप्सरेश्वर महादेव मंदिर – विवाह बाधा निवारण
सावन के पवित्र महीने में, भगवान शिव के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय करते हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में, भगवान शिव के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। उज्जैन के कण-कण में भगवान शिव का वास है। ऐसा ही एक चमत्कारी और दिव्य शिव मंदिर है श्री अप्सरेश्वर महादेव, जो मोदी की गली के उत्तरी किनारे पर पटनी बाजार में स्थित है। सावन मास में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
मंदिर का महत्व
पंडित आनंद के अनुसार, वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगा। सावन में भगवान शिव की पूजा की जाती है और भक्त सोमवार का व्रत रखते हैं। इस बार सावन में 4 सोमवार व्रत पड़ेंगे। उज्जैन महाकाल नगरी में 84 महादेवों में अप्सरेश्वर महादेव 17वें स्थान पर हैं। मंदिर के गर्भगृह में माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की अष्टधातु की प्रतिमाएं स्थापित हैं। द्वार पर नंदी की आकर्षक प्रतिमा भी है।
विवाह बाधा निवारण
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि श्री अप्सरेश्वर महादेव का पूजन करने से विवाह संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। मान्यता है कि यहां लगातार 40 दिन तक सच्चे मन से पूजा करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और विवाह के योग बनते हैं। दर्शन मात्र से ही श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
श्री अप्सरेश्वर महादेव स्वरूप की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, अप्सरा रंभा को इंद्र ने श्राप दिया था, जिसके कारण वह पृथ्वी पर गिर पड़ीं। नारद मुनि ने उन्हें महाकाल वन में स्थित एक विशेष शिवलिंग की पूजा करने की सलाह दी। रंभा ने शिवलिंग की पूजा की और भगवान शिव को प्रसन्न किया, जिससे उन्हें स्वर्ग में अपना स्थान वापस मिल गया।
84 महादेवों में अप्सरेश्वर महादेव का स्थान
उज्जैन में स्थित 84 महादेवों का विशेष महत्व है। इन सभी मंदिरों की अपनी-अपनी महिमा है और भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए यहां आते हैं। श्री अप्सरेश्वर महादेव मंदिर भी इन्हीं महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है।
सावन में विशेष महत्व
सावन के महीने में इस मंदिर का विशेष महत्व होता है। भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए यहां विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर में पूरे महीने भक्तों का तांता लगा रहता है।
- विशेष पूजा: सावन में यहां विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है।
- रुद्राभिषेक: रुद्राभिषेक इस मंदिर में किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है।
- भजन-कीर्तन: पूरे महीने मंदिर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
मंदिर में दर्शन का समय
यह मंदिर सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है। भक्त अपनी सुविधानुसार किसी भी समय दर्शन के लिए आ सकते हैं।
दिन | समय |
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सोमवार | 6 AM – 9 PM |
मंगलवार | 6 AM – 9 PM |
बुधवार | 6 AM – 9 PM |
गुरुवार | 6 AM – 9 PM |
शुक्रवार | 6 AM – 9 PM |
शनिवार | 6 AM – 9 PM |
रविवार | 6 AM – 9 PM |
निष्कर्ष
श्री अप्सरेश्वर महादेव मंदिर उज्जैन के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। विवाह संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए यह मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध है। सावन के महीने में यहां दर्शन करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।