
मध्य प्रदेश में भारी बारिश का कहर
मध्य प्रदेश में मानसून की सक्रियता के कारण कई जिलों में भारी बारिश हो रही है, जिससे नदियां उफान पर हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, और कई बांधों के गेट खोले गए हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
बाढ़ से प्रभावित जिले
मंडला, डिंडोरी, श्योपुर, शहडोल और उमरिया जैसे जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। जबलपुर के बरगी डैम के सभी 17 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। छतरपुर के बांध सुजारा डैम के भी 12 गेट खोले गए हैं, जबकि दमोह में सतधरु और साजली बांध के तीन-तीन गेट व सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोले गए।
बारिश से जुड़ी दुर्घटनाएं
भोपाल के कलियासोत डैम में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। भारी बारिश के कारण नर्मदापुरम और बालाघाट के सभी स्कूलों में बुधवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने सिवनी, मंडला और बालाघाट में तेज हवा के साथ बिजली गिरने और अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा और खंडवा जैसे जिलों में तेज हवा के साथ बिजली गिरने और अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल, विदिशा, बुरहानपुर, खरगोन, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ जैसे जिलों में बिजली गिरने के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान की जानकारी
प्रदेश के अधिकतम तापमान वाले जिलों में खजुराहो (छतरपुर) में 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सबसे कम न्यूनतम तापमान पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में 15.4 डिग्री दर्ज किया गया।
प्रमुख शहरों का तापमान
- ग्वालियर: 35.6 डिग्री सेल्सियस
- जबलपुर: 29.8 डिग्री सेल्सियस
- उज्जैन: 29 डिग्री सेल्सियस
- भोपाल: 28.2 डिग्री सेल्सियस
- इंदौर: 26.8 डिग्री सेल्सियस
बारिश के आंकड़े
पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के बालाघाट के बारासिवनी में सबसे ज्यादा 353.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- बेहार (बालाघाट): 232.2 मिमी
- कटंगी (बालाघाट): 223.7 मिमी
- देवरी (रायसेन): 209.4 मिमी
- मटियारी (मंडला): 203 मिमी
- लालबुर्रा (बालाघाट): 198.9 मिमी
नदियों की स्थिति
नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई अन्य नदियां भी उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
नदी | स्थिति |
---|---|
नर्मदा | खतरे के ऊपर |
अन्य नदियां | उफान पर |
सुरक्षा सलाह
- भारी बारिश के दौरान घरों में रहें।
- नदी और तालाब के किनारे जाने से बचें।
- बिजली के खंभों और तारों से दूर रहें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है, जिससे कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित रहने की सलाह दी जाती है। सरकार और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहे हैं और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।