दिल्ली हाट: गुमला के रागी लड्डू और महिला सशक्तिकरण

दिल्ली हाट में गुमला के रागी लड्डुओं की धूम
दिल्ली हाट में इन दिनों गुमला जिले के रागी से बने लड्डुओं की धूम मची हुई है। यह सिर्फ एक स्वादिष्ट व्यंजन नहीं है, बल्कि सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की कहानी भी है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास वित्त निगम द्वारा आयोजित इस हाट में, गुमला के रागी उत्पादों का स्टॉल लोगों को खूब आकर्षित कर रहा है।
रागी मिशन: एक पहल जो बनी मिसाल
गुमला में 2022 में तत्कालीन डीसी सुशांत गौरव ने रागी मिशन की शुरुआत की थी। इस मिशन का उद्देश्य रागी की खेती को बढ़ावा देना और ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना था। धीरे-धीरे हजारों किसान इस योजना से जुड़ गए और रागी के उत्पादन में जुट गए।
- किसानों को मुफ्त बीज वितरण: रागी की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को मुफ्त में रागी के बीज वितरित किए गए।
- रागी प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना: जिले में रागी प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना की गई, जिससे रागी से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाना संभव हो सका।
रागी से बने उत्पाद: स्वाद और सेहत का संगम
गुमला के रागी प्रोसेसिंग यूनिट में रागी के आटे से कई तरह के स्वादिष्ट और पौष्टिक उत्पाद बनाए जा रहे हैं, जिनमें लड्डू, भुजिया, ठेकुआ, बिस्कुट और नमकीन शामिल हैं। ये उत्पाद न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। रागी में फाइबर, कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
उत्पादों की विविधता:
- रागी का आटा
- रागी के लड्डू
- रागी की भुजिया
- रागी का ठेकुआ
- रागी के बिस्कुट
- रागी की नमकीन
महिला सशक्तिकरण: रागी मिशन का एक महत्वपूर्ण पहलू
रागी मिशन ने गुमला की सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये महिलाएं रागी प्रोसेसिंग यूनिट में काम करती हैं और रागी से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाती हैं। इससे उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में मदद मिली है।
एमवीएम बाघिमा पालकोट फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड
एमवीएम बाघिमा पालकोट फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड गुमला की अध्यक्ष भगवती देवी ने बताया कि लगभग 120 महिलाएं इस कंपनी से जुड़कर रागी मिशन में काम कर रही हैं। वे रागी से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाती हैं और उन्हें दिल्ली हाट जैसे मेलों में बेचती हैं।
दिल्ली हाट में रागी उत्पादों की धूम
दिल्ली हाट में गुमला के रागी उत्पादों का स्टॉल लोगों को खूब पसंद आ रहा है। लोग रागी के लड्डुओं को विशेष रूप से पसंद कर रहे हैं। रोजाना लगभग 5 से 6 हजार रुपये के रागी उत्पादों की बिक्री हो रही है।
वर्तमान उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की पहल पर गुमला के रागी उत्पादों को पैन इंडिया स्तर पर प्रचारित करने और देश में रागी की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए दिल्ली हाट में रागी उत्पादों का स्टॉल लगाया गया है।
उत्पाद | कीमत (अनुमानित) | विशेषता |
---|---|---|
रागी लड्डू | ₹20 प्रति पीस | पौष्टिक और स्वादिष्ट, फाइबर से भरपूर |
रागी आटा | ₹50 प्रति किलो | ग्लूटेन-फ्री, आसानी से पचने वाला |
रागी नमकीन | ₹100 प्रति 250 ग्राम | मसालेदार और कुरकुरी, स्नैक्स के लिए उत्तम |
निष्कर्ष
गुमला का रागी मिशन एक सफल पहल है, जिसने रागी की खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दिल्ली हाट में रागी उत्पादों की लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि लोग अब स्वस्थ और पौष्टिक भोजन के प्रति जागरूक हो रहे हैं।