
मूंग की खेती: कम लागत, अधिक मुनाफा
अगर आप किसान हैं और अपनी आय को बढ़ाना चाहते हैं, तो मूंग की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह कम समय में तैयार होने वाली फसल है और इसमें लागत भी कम आती है, जबकि मुनाफा काफी अच्छा होता है। खरीफ सीजन में धान और मक्का की पारंपरिक खेती को छोड़कर मूंग की खेती अपनाकर आप अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं।
मूंग की खेती के फायदे
- कम समय में तैयार: मूंग की फसल 60 से 80 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसान कम समय में ही मुनाफा कमा सकते हैं।
- कम लागत: मूंग की खेती में खाद, पानी और कीटनाशकों का उपयोग कम होता है, जिससे लागत कम आती है।
- अधिक मुनाफा: मूंग की बाजार में अच्छी मांग रहती है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है।
- भूमि की उर्वरता में वृद्धि: मूंग की फसल भूमि में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाती है, जिससे भूमि की उर्वरता में वृद्धि होती है।
मूंग की खेती का सही समय
मूंग की बुवाई का सबसे उपयुक्त समय 15 जून से 15 जुलाई तक होता है। इस दौरान बुवाई करने वाले किसान दो से ढाई महीने में तैयार होने वाली किस्मों का चयन कर सकते हैं। यदि आप इस समय में बुवाई नहीं कर पाते हैं, तो 60 से 65 दिनों में तैयार होने वाली किस्मों का चयन करें।
मूंग की उन्नत किस्में
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, किसानों को अपने क्षेत्र के अनुसार मूंग की उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए। कुछ प्रमुख उन्नत किस्में निम्नलिखित हैं:
- पूसा रत्ना
- पूसा विशाल
- पूसा 1431
- पूसा 9531
- पूसा 672
- वसुधा (आई.पी.एम. 312-20)
- कनिका (आई.पी.एम. 302-2)
- वर्षा (आई.पी.एम. 14-9)
बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों में मूंग की विराट और शिखा किस्में सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं।
बीज का चयन और उपचार
मूंग की खेती के लिए हमेशा प्रमाणित संस्थाओं से ही बीज खरीदना चाहिए। बीज निगम, कृषि कॉलेज, कृषि अनुसंधान केंद्र जैसी संस्थाएं प्रमाणित बीज उपलब्ध कराती हैं। बीज खरीदने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि बीज सर्टिफाइड है। बुवाई से पहले बीजोपचार करना भी आवश्यक है।
मूंग की खेती कैसे करें?
- भूमि की तैयारी: मूंग की खेती के लिए भूमि को अच्छी तरह से तैयार करें। खेत को दो-तीन बार जुताई करके समतल कर लें।
- बीज की बुवाई: मूंग के बीज को 4-5 सेंटीमीटर की गहराई पर बोएं।
- सिंचाई: मूंग की फसल को आवश्यकतानुसार सिंचाई करें।
- खरपतवार नियंत्रण: खेत में खरपतवारों को नियंत्रित करें।
- रोग और कीट नियंत्रण: मूंग की फसल को रोगों और कीटों से बचाने के लिए उचित उपाय करें।
मूंग की खेती में ध्यान रखने योग्य बातें
- हमेशा उन्नत किस्मों के बीजों का ही उपयोग करें।
- बीज को प्रमाणित संस्था से ही खरीदें।
- बुवाई से पहले बीजोपचार जरूर करें।
- खेत में खरपतवारों को नियंत्रित रखें।
- फसल को रोगों और कीटों से बचाने के लिए उचित उपाय करें।
मूंग की खेती से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
तथ्य | विवरण |
---|---|
बुवाई का समय | 15 जून से 15 जुलाई |
फसल तैयार होने का समय | 60-80 दिन |
उन्नत किस्में | पूसा रत्ना, पूसा विशाल, पूसा 1431, विराट, शिखा आदि |
बीज का स्रोत | बीज निगम, कृषि कॉलेज, कृषि अनुसंधान केंद्र |
मुनाफा | लागत से कई गुना अधिक |
मूंग की खेती करके किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।
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